बातें जो दिल से निकलीं ...पर ज़ुबां तक न पहुंची ...बस बीच में ही कहीं कलम से होती हुयी पन्नों पर अटक गयीं... यही कुछ है इन अनकही बातों में...
Pages
▼
Thursday, July 01, 2010
जन्मदिन मुबारक कांती
कल हमारी बेटी कांती का जन्मदिन है। कल वो नौ साल की हो जायेगी। वक्त जैसे पंख लगा कर उड जाता है, पता ही नहीं चलता। हर साल उसके जन्मदिन से पहले मन पुरानी यादों के सागर में डूबने उतराने लगता है। पहली बार मां बनने का अहसास क्या होता है, वो एक मां ही समझ सकती है। पिता के लिये भी ये अहसास शायद उतना ही महत्वपूर्ण होता है। अभी ही बस वेंकट से बात हो रही थी। और उन्हें भी हमने इसी प्यारे अहसास से भीगा हुआ महसूस किया। हर साल इस दिन हम लोग कुछ ऎसी ही बात करते हैं।
"कल कांती का बर्थ डे है।"
"हां एक और साल बीत गया।"
"अभी कल ही की बात लगती है, न!"
"हां"
"याद है वो हास्पिटल में बिताये ५ दिन।"
"हूं"
"कितनी छोटी सी थी, और आज देखो, बडी होती जा रही है। एक दिन शादी करके चली जायेगी।
"आप भी बस, वो जिस दिन से पैदा हुई है बस आपको उसके शादी करके जाने की फिक्र सता रही है।"
"हां जैसे तुम अपने पापा को छोड कर चली आई हो, वो भी ऎसे ही हमें छॊड कर चली जायेगी।"
हर साल हम लोग ऎसी ही बातों से रूबरू होते हैं। अभी भी हमें याद है जब आपरेशन थियेटर में परदे के पीछे से डाक्टर ने उसे हमें दिखाया था, अपनी गोल-गोल आंखो से उसने सीधे हमारी आंखो में देखा था। ढेर सारे घुंघराले बालों वाला वो गोल, चब्बी सा चेहरा, वो आंखे जिनमें सब कुछ जानने की ढेर सी जिग्यासा थी और होंठों पर एक हल्की सी मुस्कुराहट भी थी। वो याद आज भी हमारे जेहन में ऎसे ही ताजा है। वक्त की कोई सिलवट उसे धुंधला नहीं कर सकती।
आज ९ साल की कांती इतना बोलती है कि हम थक जाते हैं उसकी बातें सुनकर, उनका जवाब देकर। हर बात को जानने की उसकी जिग्यासा कभी कम नहीं होती। मेरी ही तरह वो भी किताबी कीडा है। इन्साक्लोपीडिया और इन्क्रेडिबल अर्थ उसकी फेवरेट किताबें हैं। एनिड ब्लेटन उसकी फेवरेट राइटर हैं। मेरी ही तरह वो बहुत भावुक भी है। पर कुछ बातों में वो बिल्कुल हमारे जैसी नहीं है। सफाई के नाम से उसका कोई लेनादेना नहीं है। कोई चीज़ जगह पर रखना उसे आता ही नहीं। स्कूल से आते ही उसका बैग कहीं होता है और जूते मोजे कहीं और। कभी कभी हम बहुत गुस्सा हो जाते हैं उस पर, लेकिन ज्यादा देर उससे गुस्सा रहना भी मुमकिन नहीं है, इतना बोलती है, इतने सवाल पूंछती है कि जवाब देना ही पडता है।
आजकल उसे कीबोर्ड बजाने का भी नया शौक हो गया है। उसे सरप्राइज़ बहुत पसंद हैं। तो इस बार उसे सरप्राइज़ बर्थ डे गिफ्ट में कैसियो मिलने वाला है।
कांती बिटिया को जन्मदिन पर ढ़ेर सारा प्यार।
ReplyDelete--------
डी0जे0 का मतलब पता है आपको?
किसने कहा पढ़े-लिखे समझदार होते हैं?
चाचा जी प्रणाम ! कांती बहन को मुकेश यादव की तरफ से HAPPY BIRTHDAY TO YOU.
ReplyDeleteआपकी प्रस्तुती ने मन को मोह लिया है । इस सानदार प्रस्तुती के लिए आभार ।
सुप्रसिद्ध साहित्यकार और ब्लागर गिरीश पंकज जी का इंटरव्यू पढने के लिए यहाँ क्लिक करेँ >>>
एक बार अवश्य पढेँ
Happy Birthday Kanti.......
ReplyDeleteप्यारी कांति को मौसी की तरफ से ढेर सारा प्यार......
"पर कुछ बातों में वो बिल्कुल हमारे जैसी नहीं है। सफाई के नाम से उसका कोई लेना देना नहीं है। कोई चीज़ जगह पर रखना उसे आता ही नहीं।"
ReplyDeleteहा हा हा ....अभी से कैसे, आ जायेंगे सारे गुण??...कुल जमा नौ साल की तो है.
कांती को ढेर सारी शुभकामनाएं ...वो सुखी..स्वस्थ..और ऐसी ही शैतान रहें...कामयाबी उसके कदम चूमें...और बढ़ कर आकाश छू ले...असीम स्नेह
Belated Happy B'Day Kaanti!!!
ReplyDeleteI may well be able to help you out with Casio!!!
God Bless!
वाह, बधाई। बिटिया का जन्मदिन मुबारक। फ़िर से लिखते देखना अच्छा लग रहा है।
ReplyDeleteबहुत ही प्यारी तस्वीर लगी, किसन कनहिया की…
ReplyDeleteनैन तो देखिये, किस अन्दाज़ में हैं :) :)
बाँसुरी हम भी बजाते हैं लेकिन ऐसी मन भावन छवि कभी देखी नहीं…
बिटिया रानी जुग जुग जियें…
ढेर सारी शुभकामनाएँ और आशीर्वाद "कांती" बिटिया को जन्मदिन पर। देरी हो गयी हमें आने में, सो बधाई देने में भी। चलो उत्ता ही ज़्यादा आशीर्वाद भी दिए देते हैं - "इत्ता सारा"!
ReplyDeletehey kaanti....H.B.D.......and 143 ...
ReplyDeleteकांती को देर से ही सही जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई।
ReplyDelete